A place where someone still thinks of you...that's called a home
ना दीवारों से, ना दरवाजों से |
ना चूले से, ना चीरागों से |
घर बनता है यादों की साथ से,
और सच होते सपनो की सेज से |
the floating leaf...
4 years ago
A place where someone still thinks of you...that's called a home
ना दीवारों से, ना दरवाजों से |
ना चूले से, ना चीरागों से |
घर बनता है यादों की साथ से,
और सच होते सपनो की सेज से |
Posted by Hitesh at 7:41 AM
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